भारतीय संघ के उत्तर पूर्व छोर पर जहाँ पर भारत में प्रात: प्रथमत: सूर्य झाँकता है वहाँ पर अरुणाचल प्रदेश है। कुल 83,743 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में अरुणाचल प्रदेश की सीमा पश्चिम में भूटान, उत्तर में चीन,
पूर्व में म्यांमार और दक्षिण में असम से लगती है। मूलरूप से संघ राज्य-क्षेत्र अरुणाचल 1987 में पूर्ण राज्य बना। जैसा कि इसकी भौगोलिक अवस्थिति से दिखाई देता है कि इसका सामरिक महत्व है। अरुणाचल में मंगोल मूल की
26 प्रमुख जनजातियाँ एवं अनेक उप-जनजातियाँ हैं। इसमें बहती कामेंग, सुभनसीरी, सियांग, लोहित और तिराप जैसी नदियों के साथ हरे-भरे सघन जंगल, गहरी नदी घाटी और सुंदर पठारों के कारण अरुणाचल पर्यटकों के लिए
आकर्षक प्रस्ताव है। अरूणाचल जीवजन्तु और पेड़ पौधों की वन्यजीव प्रजातियों से अत्यन्त समृद्ध है। जानवरों की भिन्न प्रजातियों के साथ पक्षियों की 500 से अधिकप्रजातियों को अरूणाचल
में अभिलिखित किया गया है। पेड़-पोधों के संबंध में यह 500 से अधिक आर्किड की प्रजातियों से गौरवान्वित है जिसमें से कुछ दुर्लभ, लुप्तप्राय एवं संकटग्रस्त प्रजातियाँ हैं।
राज्य के लिए समन्वयक: श्री. राम अवधेश सिंह
पदनाम : सहायक प्रोफेसर
ईमेल पहचान : ramavdheshsingh(at)gmail(dot)com
संपर्क सं: 0364-2570009, M: 7085401602
Arunachal Pradesh State Contacts
State Institute of Education, Govt. of Arunachal Pradesh, Old Directorate School Education Building, Naharlagun-791110. Arunachal Pradesh, INDIA
Director, School Education, Govt. of Arunachal Pradesh, Itanagar-791111. Arunachal Pradesh, INDIA Tel: 0360-2290307 Fax:- 0360-2290464,
Deputy Director, School Education (Teacher education) Govt. of Arunachal Pradesh, Itanagar-791111. Arunachal Pradesh, INDIA Tel:- 0360-2290467, Fax:- 0360-2290464,
Coordinator, School Education, Govt. of Arunachal Pradesh, Itanagar-791111 Arunachal Pradesh, INDIA Tel/Fax: 0360-2351726
SPD, SSA, Government of Arunachal Pradesh, Itanagar. Arunachal Pradesh, INDIA Tel:- 0360-2218238. Fax:- 0360-2291391. Email id- ssa_arunachal@rediffmail.com
DIET Addresses
असम भारत के उत्तर-पूर्वी भाग का एक अनूठा राज्य है। यह सात उत्तर पूर्वी राज्यों के मध्य में स्थित है। असम लगभग 78,438 वर्ग कि.मी. क्षेत्र में फैला हुआ है। यह उत्तर में भूटान एवं अरूणाचल प्रदेश,
दक्षिम में मिजोरम एवं मेघालय, पूर्व में नागालैण्ड एवं मणिपुर और पश्चिम में त्रिपुरा, बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल से जुड़ा है। वर्ष 1972 से पूर्व असम की राजधानी शिलांग थी। परन्तु 1972 में इसकी राजधानी को शिलांग
से बदलकर गुवाहाटी के बाहरी क्षेत्र में दिसपुर में स्थापित कर दिया गया। 'रामायण' और 'महाभारत' जैसे महान ग्रंथों में असम का उल्लेख 'प्राग्ज्योतिश' के रूप में हुआ जिसका अर्थ है पूर्वी प्रकाश की धरती। 4थी एवं
5वीं ईसा-पूर्व सदी 'प्राग्य्योतिश' से अधिक लोकप्रिय नाम 'कामरूप' हो गया। 13वीं सदी से पूर्व इस धरती को असम के नाम से नहीं जाना जाता था। 13वीं सदी के आरंभ में अर्थात 1228 इस्वी में सुकफा के नेतृत्व में ताइ
अहोम ने ब्रह्मपुत्र घाटी पर विजय प्राप्त की और अहोम साम्राज्य स्थापित किया। इसलिए वहाँ के स्थानीय लोग उन्हें 'असम' या 'अहोमा' पुकारने लगे। इस 'अहोमा' से प्रजाति 'अहोम' के नाम से जानी जाने लगी और जो भूमि
उनके अधिग्रहण में थी उसे 'असम' कहा जाने लगा। देशी असमिया लोगों में असमिया ब्राह्मण (गणकों सहित), अहोम, कोठच, राजवंशी, कचारी, रभ, करबी, कलिता, रेउत (कैलाश), म असमिया मुसलमान, असमिया सिख और
असमिया इसाई शामिल हैं जो मातृभाषा के रूप में असमिया अथवा कोई अन्य जनजातीय बोली बोलते हैं। भौगोलिक रूप से असम को तीन भौतिक प्रभागों में बाँटा जा सकता है। ये है (1) ब्रह्मपुत्र घाटी, (2) बराक घाटी और (3)
कारबी आंगलोंग और उत्तर कचार जिले का पहाड़ी क्षेत्र। असम की जलवायु मुख्यत: संतुलित है अर्थात् न ही अधिक गर्म और न ही अधिक ठण्डा। अनुकूल जलवायु और उपजाऊ मिट्टी के कारण भूमि का अधिकांश भाग जंगल और इसके
संसाधनों से ढका है। काजीरंगा, मानस, उरंग, लाओखोता, सोनाइरूपा, पवित्रा और नम्बार असम के सात बड़े जंगल हैं। विश्व विख्यात एक सींग वाला गैण्डा काजिरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पाया जाता है। असम को असम चाय, असम रेशम और
अनिज संसाधनों के भण्डार के लिए भी जाना जाता है। उनमें से तेल एवं प्राकृतिक गैस, कोयला, चूना-पत्थर, चीनी मिट्टी आदि मुख्य हैं। असमिया समाज की जीवन शैली हिंदु अविभाजित परिवार प्रणाली पर आधारित थी। ब्राह्मणों को समाज
में उच्चतम स्थान प्राप्त था और समाज पर गहरा प्रभाव डालते थे। परंतु असम में जाति-व्यवस्था बहुत रूढ़ नहीं है। यहाँ पर असमिया लोग और भिन्न जनजातियों से संबंधित परस्पर सहयोग से शांति में रहते हैं। इन लोगों के बीच होने वाले
सामाजिक-सास्कृतिक आदान-प्रदान उनके समाजों को बहुत प्रभावित करते हैं और वे जाति एवं धर्म से निरपेक्ष सोहार्द से रहते हैं।
राज्य के समन्वयक : डॉ. तुलिका डे
पदनाम :एसोशिएट प्रोफेसर
ईमेल पहचान : dey_tulika(at)rediffmail.com
संपर्क संख्या : 9435307160
Assam State Contacts
Director, State Council of Educational Research and Training, Government of Assam, Kahilipara, Guwahati-781019 Assam, INDIA
Tel/Fax: 0361-2382507
Email id: dr.scertassam@rediffmail.com
Director, Elementary Education, Government of Assam, Kahilipara, Guwahati—781019 Assam, INDIA
Tel/Fax: 0361-2381180
SPD, SSA, Government of Assam, Kahilipara, Guwahati —781019 Assam, INDIA
DIET Addresses
Shri Preetom Saikia, IAS Commissioner and Secretary Department of Elementary Education Government of Assam
Assam Secretariat, C Block, Ground F, Dispur, Guwahati- 781006, Assam District-Kamrup Metro , Assam
Phone No : 0361- 2237211 preetomsaika@yahoo.co.in
Dr. Nirada Devi Director, SCERT SCERT Government of Assam
Kahilipara, Guwahati - 781019 District-Kamrup Metro , Assam
0361-2382507
dr.scertassam@rediffmail.com
Smt. Suranjana Senapati, ACS Secretary, Secondary Board of Education,
Assam Secondary Board of Education, Assam Government of Assam
Bamunimaidan, Guwahati - 781021 District-Kamrup Metro , Assam
0361-2550371 boardassam@gmail.com
Sri Manoranjan Kakati, AES Secretary,
Assam Higher Secondary Education Council
Assam Higher Secondary Education Council Government of Assam
Bamunimaidan, Guwahati - 781021 District-Kamrup Metro , Assam 0361-2551565
उत्तर भारत के हरे-भरे कोने में दूर समुद्र तल से कहीं ऊँचे पठार में बसे चमत्कारिक रूप से सुंदर छोटे संघरिला को मणिपुर कहा जाता है। मणिपुर शब्द का अर्थ है मणियों की 'भूमि'।
यह मणियों की भूमि एक अण्डाकार घाटी है जो नीली और हरी पहाड़ियों से घिरी है, इसके खड़े सोपानी पात, धारा प्रवाह नदियाँ, फूलों का गलीचा, मोहक पुष्पपुन्ज और शांत झीलों और इन सभी से प्रेरित
होकर यह "पूर्व का स्विजरलैण्ड" कहलाया। मणिपुर 1972 में भारतीय संघ का 20वाँ राज्य बना। यह राज्य 22,327 वर्ग कि.मी. में फैला है और म्यांमार के साथ पश्चिम में अंतरराष्ट्रीय सीमा और दक्षिण में नागालैण्ड,
उत्तर में मिज़ोरम और पश्चिम में असम के साथ सीमा साझा करता है। मणिपुर के लोगों एवं जनजातियों में मैतयी, नागा एवं कुकी - चिनमीजो समूह और अन्य बहुरंगी समुदाय शामिल हैं जो सदियों से संपूर्ण सौहार्द से रहते
आए हैं। मणिपुर परंपराओं एवं सांस्कृतिक उदाहरणों की पच्चीकारी है। कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में मणिपुर इस राज्य की सर्वोत्तम पहचान इसके शास्त्रीय एवं लोकनृत्य रूप हैं। मणिपुर पोलो (सगोई सेंगेई) की जन्मस्थली है।
मणिपुरी पूर्व में दक्ष योद्धाओं के रूप में जाने जाते थे और अब भी कुश्ती, तलवारबाजी और अन्य युद्ध कलाओं का प्रदर्शन करते हैं। मणिपुर प्रथमतया एक कृषि
अर्थव्यवस्था है जिसमें पनबिजली ऊर्जा के उत्पादन की संभावना है। यह अन्य क्षेत्रों से इम्फाल हवाई अड्डे से जुड़ा है जो कि पूर्वी भारत का दूसरा विशालतम हवाई अड्डा है।
राज्य के समन्वयक :डॉ. चानमबाम सरजुबाला देवी
पदनाम : सहायक प्रोफेसर
ईमेल पहचान :sarajubala(at)yahoo.com
संपर्क सं. :7640879947
Manipur State Contacts
Director State Council of Educational Research and Training, Government of Manipur, DM College campus, Imphal West-795001 Manipur, INDIA
Fax: 0385-2223459
Director, Directorate of School Education Government of Manipur, Imphal West-795001 Manipur, INDIA
The SPD, SSA Government of Manipur, Opposite Secretariat, Babupara, Imphal-795001
DIET Addresses
मूलरूप से लुशाइ हिल्स से ज्ञात मिज़ोरम को असम में से बनाया गया और 21 जनवरी, 1972 को संघ राज्य-क्षेत्र घोषित कर दिया गया। बाद में 15 अगस्त, 1986 को इसे राज्य का दर्जा दिया गया और
भारत का 23वाँ राज्य बन गया। मिज़ोरम का अर्थ है "मिज़ो की भूमि"। उत्तर पूर्व क्षेत्र के भीतर यह सबसे दक्षिण स्थलरुद्ध राज्य है जो सेवन सिस्टर स्टेट्स के तीन राज्यों नामत: त्रिपुरा, असम और मणिपुर से सीमा
साझा करता है। इस राज्य की 722 किलोमीटर की सीमा पड़ोसी देशों बांग्लादेश और म्यांमार से भी लगती है। मिज़ोरम का क्षेत्रफल लगभग 21,087 वर्ग कि.मी. है। राज्य का लगभग 91% जंगल है। मिज़ोरम भी प्रकृति रूपी
पालेम की सुंदर भूमि है। पर्वतमाला से सज्जित यह राज्य समुद्र तल से 900 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक इन पहाड़ियों की अनेक श्रृंखलाएँ फैली हुइ हैं जिनमें 'ब्लू माउंटेन' मिजोरम की पहाड़ियों में 2165 मीटर की ऊँचाई के
साथ सबसे ऊँची पहाड़ी है। परंपरागत रूप से मिज़ो वीर लोग होते हैं। उनकी अपनी संस्कृति है और उनको इस पर गर्व है। चेरो नामक बांस नृत्य जो सुंदर मिज़ो बालिकाओं द्वारा किया जाता है उसकी अब संपूर्ण देश द्वारा सराहना की जाती है। यहाँ पर भारत के
सभी राज्यों से अधिक जनजातीय लोगों का घनत्व है और उन्हें वर्तमान में अनुसूचित जनजाति के रूप में भारतीय संविधान के अंतर्गत सुरक्षित किया गया है। मिज़ोरम भारत के
तीन ईसाई बाहुल्य वाले राज्यों में से एक है। यहाँ के लोग विभिन्न नामकरण से संबंध रखते हैं जिनमें उत्तर में पुरोहित (प्रेस्नितियन) और दक्षिण में बैप्टिस्त हैं।
राज्य के समन्वयक :डॉ. चनम्बम सरजुबाला देवी
पदनाम: सहायक प्रोफेसर
ईमेल पहचान :sarajubala(at)yahoo.com
संपर्क सं. :7640879947
Mizoram State Contacts
Secretary cum Director, School Education,< Govt. of Mizoram, Aizawl-796007 Mizoram, INDIA
Tel: 0389-2341233, Fax: 0389-2349542
The SPD,
SSA & Joint Director,
Directorate of School Education,
Govt of Mizoram, Aizawl-796007
Mizoram, INDIA
Tel: 0389-2345959, Fax: 0389-2346363
The Director,
State Council of Educational Research and Training,
Government of Mizoram,
Chaltlang, Aizawl-796012
Mizoram, INDIA
Tel: 0389-2347790, EPABX: 0389-2349784, Fax: 0389-2306709
Website: http://www.scert.mizoram.gov.in Email: scertmizoram(at)gmail(dot)com
Mizoram SSA Mission
DIET Complex, Chaltlang,
Aizawl-796012
Tel: 0389-2346161 Fax: 0389-2346363 Website: http://www.mz.ssa.nic.inssamizoram(at)gmail(dot)com
DIET Aizawl
Chaltlang, Aizawl-796012
Mizoram
Tel: 0389-2341006, 2349606
Fax: 0389-2346345
Email id: dietaizawl(at)gmail(dot)com
इस सुंदर राज्य का नाम काव्यात्मक है, 'मेघ' का अर्थ है बादल और 'आलय' का अर्थ है घर। अत: मेघालय बादलों का घर है। खासी, जैनतियाओं और गारो का जनजातीय राज्य मूल रूप से असम का भाग
था परन्तु 21 जनवरी, 1972 को भारतीय संघ का एक राज्य घोषित कर दिया गया। ऊँचे हरे दावेदार वृक्ष, लहरदार पहाड़ियाँ, नदियाँ, एवं धाराएँ और सर्प जैसी घुमावदार सड़कें, खड़े झरने और समृद्ध वन तथा आर्किड मेघालय को
पर्यटकों के लिए स्वर्ग बनाते हैं। इसके आकर्षण को चार चाँद लगाने के लिए मेघालय के लोग शिक्षित, सभ्य और अतिथ्यसत्कारी हैं। वे अधिकांश इसाई होते हुए वे अपनी स्थानीय भाषाओं के अतिरिक्त अंग्रेजी और हिंदी में भी भलिभांति
बातचीत करते हैं। मेघालय का क्षेत्रफल लगभग 22,430 कि.मी. है जिसमें लम्बाई और चौड़ाई का अनुपात 3:1 का है। यह राज्य दक्षिण में बांग्लादेशी डिवीज़नों माइमनसिंह और शैलहट, पश्चिम में बांग्लादेशी डिविज़न रंगपुर और उत्तर और
पूर्व में असम से जुड़ा है। मेघालय की राजधानी शिलांग है। भारत के ब्रिटिश शासन में ब्रिटिश अधिकारियों ने इसका उपनाम "स्काटलैण्ड ऑफ इण्डिया" रखा था। यह राज्य वर्ष में 12000 मी.मी. की वर्षा औसत से भारत का सर्वाधिक आर्द्र क्षेत्र है।
राज्य का लगभग 70% जंगल है। ये जंगल स्तनधारियों, पक्षियों और पौधों की जैवविविधता के लिए उल्लेखनीय है। महत्वपूर्ण वाणिज्यिक वन उद्योग के साथ मेघालय प्रधानतया कृषि अर्थव्यवस्था है। मुख्य फसलें आलू, चावल, मक्का, अनानास, केला, पपीता, मसाले आदि हैं।
समुद्री स्तर से 1496 मीटर की ऊँचाई पर स्थित शिलांग का केन्द्रीय बिंदु पुलिस बाजार है। यह गुवाहाटी से आने वाली बसों और टैक्सियों के लिए अंतिम बिंदु है।
राज्य के समन्वयक :डॉ। बसंसी खरलुखी
पदनाम: सहायक प्रोफेसर
ईमेल पहचान : basansykharlukhi(at)yahoo.com
संपर्क सं. : 7085789792
Meghalaya State Contacts
Directorate of Educational Research and Training, Government of Meghalaya, Laitumkharah, Nongrimmaw, Shillong-793011 Meghalaya, INDIA
Fax: 0364-2233752
DIET Addresses
पहाड़ी राज्यक्षेत्र की एक पतली पट्टी के रूप में नागालैण्ड के उत्तर और पश्चिम में असम, दक्षिण में मणिपुर और इसके पूर्व में म्यांमार है। मूलरूप से असम के एक जिले नागालैण्ड को 15 दिसम्बर 1963 को भारत का 16वाँ राज्य घोषित किया गया।
यह देश का एकमात्र राज्य है जिसकी राज्य की राजभाषा अंग्रेजी है। लगभग 16,579 कि.मी. के क्षेत्र के नागालैण्ड में 2000 फुट से 10000 फुट की ऊँचाई की पहाड़ियाँ हैं। कोहिमा के निकट सारामती 3826 मीटर की ऊँचाई के साथ नागालैण्ड की
सबसे ऊँची चोटी है। असम की अनेक नदियाँ जैसे धनश्री, दोयांग, भोग्दाई, झांजी नागालैण्ड से निकलती हैं। राज्य की वनस्पति एवं जीव-जन्तु बहुत समृद्ध हैं। इनमें मुख्यत: तिबतो-बर्मा जनजातियों के 16 समूहों का वास है। उनके शाल उनकी एक
जनजाति को दूसरी से भिन्न दर्शाते हैं। प्रत्येक जनजाति की अपनी बोली है परन्तु जनजातियों की लोकभाषा नागामीज़ है। नागालैण्ड में मुख्य धर्म इसाई है।
राज्य के समन्वयक :डॉ. तुलिका डे
पदनाम: एसोशिएट प्रोफेसर
ईमेल पहचान : dey_tulika(at)rediffmail.com
संपर्क सं. :9435307160
Nagaland State Contacts
The Director, Directorate of School Education, Government of Nagaland Kohima-797001 Nagaland, INDIA Tel/Fax: 0370-229-258
Director, State Council of Educational Research and Training Government of Nagaland, Kohima-797001 Nagaland, INDIA
Fax:- 0370-2270160
DIET Addresses
सिक्किम उत्तरपूर्व भारत का एक राज्य है। इसके उत्तर और उत्तर पूर्व में तिब्बत ऑटोनोमस रीजन ऑफ चाइना, पूर्व में भूटान, पश्चिम में नेपाल और दिभिण में भारत का पश्चिम बंगाल राज्य है। सिक्किम बंग्लादेश के निकट भारत के
सिलीगुडी गलियारे के भी समीप स्थित है। सिक्किम भारत के सबसे कम जनसंख्या के साथ दूसरा सबसे छोटा राज्य है। पूर्वी हिमालय का एक भाग सिक्किम अपनी पर्वतचोटियों एवं उपकटिबंधीय मौसम सहित जैवविविधता के साथ ही कंचनजंगा के
लिए उल्लेखनीय है जो कि भारत की सर्वोच्च और पृथ्वी की तीसरी सबसे ऊँची चोटी है। सिक्किम की राजधानी गंगटोक सबसे बड़ा शहर है। सिक्किम साम्राज्य की स्थापना नांग्याल वंश द्वारा सिल्क रोड पर 17वीं शताब्दी में की गई थी।
इस पर चोग्याल नामक बौद्ध पादरी-राजा का शासन था। वर्ष 1890 में यह ब्रिटिश भारत का राजसी राज्य बन गया। सिक्किम ने 1947 के बाद भारत के गणराज्य के साथ संरक्षित राज्य का दर्जा जारी रखा। हिमालय के राज्यों में इसकी साक्षरता दर
और प्रति व्यक्ति आय सर्वाधिक रही। वर्ष 1975 में भारतीय सेना ने सिक्किम राजतन्त्र को अपदस्थ कर दिया। एक जनमत-संग्रह ने 1975 में सिक्किम को भारत का 22वाँ राज्य बना दिया। आधुनिक सिक्किम भारत का एक बहुमानवजातीय एवं बहुभाषी
भारतीय राज्य है। सिक्किम की 11 राजभाषाएँ हैं: नेपाली, सिक्किमिया, लेपचा, तमांग, लिंबू, नेवारी, राय, गुरूंग, मंगार, सुनवार और अंग्रेजी। अंग्रेजी विद्यालयों में पढ़ाई जाती है और सरकारी दस्तावेज में प्रयुक्त होती है। सिक्किम की अर्थव्यवस्था अधिकतर कृषि
और पर्यटन पर निर्भर करती है और 2014 तक इस राज्य का सकल घरेलू उत्पाद भारतीय राज्यों में तीसरा न्यूनतम था यद्यपि यह तीव्रतम विकासशील राज्यों में से एक था। सिक्किम का भारत में इलायची उत्पादन में सबसे बड़ा भाग है और गौटरमला के बाद मसाले के
उत्पादकों में विश्व में दूसरा स्थान है। सिक्किम ने 2003 से 2016 की अवधि में अपनी कृषि को पूर्णतया जैविक बनाने की महत्वाकांशा प्राप्त की जो कि इस विशेषता को प्राप्त करने वाला प्रथम राज्य बना। यह पर्यावरण के संबंध में सजग राज्यों में से है जिसने प्लास्टिक
की पानी की बोतलें और स्टाइरोफोम उत्पादों को प्रतिबंधित किया है।
राज्य के समन्वयक :डॉ. सीमा सैयगल
पदनाम : एसोशिएट प्रोफेसर
ईमेल पहचान : simanerie(at)yahoo.co.in
संपर्क सं. : 8118991151
Sikkim State Contacts
Director, School Education and Administration, Human Resource Development Department, Govt. of Sikkim, PO Secretariat Gangtok-737101 Sikkim, INDIA
Joint Director, State Institute of Education, Government of Sikkim, PO –Rajbhawan Gangtok-737102 Sikkim, INDIA
Tel/fax:-03592-202585
DIET Addresses
लगभग 10,500 वर्ग कि.मी. के भौगोलिक क्षेत्र के साथ त्रिपुरा उत्तर, पश्चिम, दक्षिण और दक्षिण पूर्व में बंग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ा है और और पूर्व में असम और मिज़ोरम के साथ इसकी साझा सीमा है। इसके
कुछ क्षेत्रफल का 60% भाग पहाड़ियों एवं जंगल से ढका है। पूर्व में राजसी राज्य त्रिपुरा, मणिक्या के महाराजा राजवंश से शासित था। वर्ष 1949 में यह भारतीय संघ में मिल गया। 21 जनवरी 1972 में इसे राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ। इस राज्य
में विभिन्न जनजातियों के समुदायों के साथ बंगाली, मणिपुरी, लुशाई और चकमा समुदाय रहते हैं। त्रिपुरा की सामासिक संस्कृति है। प्रत्येक समुदाय का अपना नृत्य प्रकार है जो देशभर में प्रसिद्ध हैं। हथकरघा एवं हस्तशिल्प त्रिपुरा की विशेषता है।
बांसमूल, बांस से बनी इसकी बेजोड़ और सजावटी वस्तुएँ,
वेंत के फर्नीचर और अन्य उत्कृष्ट हस्तशिल्प निश्चित रूप से पर्यटकों को इन्हें खरीदने के लिए आकर्षित करेंगे।
राज्य के समन्वयक :श्री अर्णव सेन
पदनाम:सहायक प्रोफेसर
ईमेल पहचान : arsenphy(at)gmail(dot)com
संपर्क सं. : 9382310842
Tripura State Contacts
Director, School Education, Govt. of Tripura, Agartala-799001 Tripura (W), Tripura, INDIA
Tel:- 0381-2323835
Director, State Council of Educational Research and Training, Government of Tripura, Abhoynagar, Agartala-799005 Tripura (W), Tripura, INDIA
Tel/Fax:- 0381-2354209
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